बाल संरक्षण योजनाओं के प्रचार-प्रसार हेतु जागरूकता अभियान

पटना, (खौफ 24) जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा पटना जिले के विभिन्न प्रखंडों में व्यापक स्तर पर बाल संरक्षण योजनाओं के प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान के अंतर्गत जिले के मनेर, बिक्रम, नौबतपुर, दानापुर, फतुहा, बख्तियारपुर खुसरूपुर, पटना सदर, संपतचक, फुलवारी शरीफ, दुल्हिन बाजार एवं पालीगंज सहित अन्य क्षेत्रों में विशेष जागरूकता गतिविधियों का संचालन किया गया।

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बाल संरक्षण योजनाओं की जानकारी को आम जनता, विशेष रूप से कमजोर एवं वंचित वर्ग तक पहुंचाना था। इसके तहत विभिन्न प्रखंडों एवं पंचायतों में जाकर लोगों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया। इसके साथ ही, ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर प्रचार सामग्री (IEC सामग्री) वितरित की गई और जागरूकता पोस्टर, बैनर आदि लगाए गए, जिससे अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं से अवगत हो सकें।

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इस कार्यक्रम के दौरान, सुरक्षित स्पर्श और असुरक्षित स्पर्श की जानकारी देने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए गए, जिसमें बच्चों, माता-पिता, शिक्षकों एवं समुदाय के अन्य सदस्यों को इसके महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इसके अतिरिक्त, दत्तक ग्रहण (Adoption) प्रक्रिया को लेकर भी विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि जरूरतमंद बच्चों को परिवार का संरक्षण मिल सके।

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सहायक निदेशक उदय कुमार झा ने बताया कि यह अभियान न केवल बाल संरक्षण योजनाओं के प्रचार-प्रसार तक सीमित था, बल्कि इसके तहत उन वंचित एवं जरूरतमंद बच्चों को भी इन योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया, जो अब तक इनका लाभ नहीं उठा सके हैं। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान बाल अधिकारों, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं बाल शोषण से बचाव को लेकर भी चर्चा की गई, ताकि समाज के हर तबके के बच्चे सुरक्षित और सशक्त जीवन जी सकें। उन्होंने यह भी कहा कि अभिभावकों, शिक्षकों और समुदाय के अन्य सदस्यों को इस मुहिम से जोड़ने के लिए नियमित अंतराल पर कार्यशालाएँ और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समाज के सभी लोगों को इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने एवं बाल संरक्षण को सुदृढ़ बनाने के लिए आगे आने की अपील की गई।जिलाधिकारी ने बताया कि आगे भी इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि बाल संरक्षण संबंधी सरकारी योजनाओं की जानकारी अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके। प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले में बाल शोषण, बाल तस्करी एवं बाल श्रम जैसी कुप्रथाओं को पूरी तरह समाप्त किया जाए और हर बच्चे को उसका हक मिले।

इस अभियान की सफलता को देखते हुए प्रशासन ने भविष्य में इसे और अधिक व्यापक रूप से लागू करने की योजना बनाई है, ताकि जिले के प्रत्येक कोने में बाल सुरक्षा एवं संरक्षण का संदेश पहुंच सके।

इस अवसर पर विकास मित्र, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सुपरवाइजर एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी से अनुरोध किया गया कि वे मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के प्रति लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करें और पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर इस योजना से जुड़ने हेतु लाभार्थियों को प्रेरित करें।

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